What is Mutual Fund Fund of Funds, म्यूचुअल फंड में फंड ऑफ फंड्स का क्या मतलब होता है,आज हम आपको इस आर्टिकल में समझाते हैं। इसको पूरा पढ़ने से आपको कभी कोई दूसरा article पढ़ने की जरूरत नहीं होगी ।
आपको फल बहुत अच्छे लगते हैं और आप अपने बगीचे मे फलों और फूलों के पेड़ पौधे लगाना चाहते हैं ।
आप पेड़ों की nursery मे जाते हैं , कहते हैं मेरे को आम ,अमरूद,अनार ,सेब और केले के पौधे चाहिए । साथ मे कुछ फूल के पौधे भी चाहिए । कुछ ऐसे भी पौधे दे देना जो साल भर हरे भरे रहे और फूल आते रहें ।
आपकी मुश्किल यह है कि आपके पास जगह की कमी है ,मुश्किल से 2 या 3 पेड़ लग पाएंगे । नर्सरी वाला कहता है ,बाबू जी इतने पेड़ों के लिए तो बहुत बड़ा बगीचा चाहिए और आपके पास इतनी जगह नहीं है । आप सोच मे पड़ जाते हैं ।
माली कहता है बाबू जी मेरे पास एक ऐसा भी पौधा है जिस पर 10 तरह के फल आते हैं और साल भर हरा भरा भी रहता है । आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता । माली कहता है पर बाबू जी इस पौधे को जरा सा ज्यादा खाद पानी जी जरूरत होती है ।
Mutual fund मे Fund Of Funds भी इसी पौधे की तरह है । इस पर सभी तरह के फल फूल होते है और आपके portfolio को balance करता है । इसको खाद पानी यानि थोड़ा स TER (Total Expense Ratio ) अधिक होता है ।
अगर आप म्यूचुअल फंड की स्कीम के बारे मे ज्यादा नहीं जानते तो Fund of Funds एक बहुत अच्छा कांसेप्ट है । यह आपको आपके portfolio मे diversification देता है ।
How Fund Of Funds Works ,यह FoF काम कैसे करता है
12 प्रकार के Equity Mutual Fund ,16 प्रकार के Debt Equity Mutual Fund,7 प्रकार के Hybrid Mutual Fund और Commodity Mutual Fund किसी भी इन्वेस्टर को confuse करने के लिए काफी है।
सभी Mutual Fund पहले से तय किए गए Asset Allocation strategy के अनुसार invest करते हैं। सभी म्यूचुअल फंड की स्कीम Company के shares और Debt मे निवेश करते हैं।
FoF Mutual Fund इन्ही mutual fund की scheme की units को खरीद लेता है और investor को अलग अलग scheme का diversification प्रदान करता है ।
आइए इसको Example से समझते हैं ।
Quantum Equity Fund Of Funds – Regular (G) स्कीम का Portfolio का snapshot नीचे दिया गया है,आइए इसको देखते हैं ।
31 August 2023 के अनुसार इस scheme का विभिन्न scheme में क्या निवेश है यह बताया गया है । आप अगर गौर से देखेंगे तो पता लगेगा कि इस scheme ने ज्यादातर Equity Scheme मे निवेश किया है । जैसा मैंने आपको बताया था कि 12 प्रकार की Equity Scheme होती हैं।
इस scheme ने LargeCap ,Small Cap और Midcap Scheme मे निवेश किया है । Investor यदि Quantum Equity Fund Of Funds की scheme ले तो उसको उन सभी scheme का लाभ मिल सकता है ।
Categories Of Fund Of Funds
FOF Mutual Fund के कुछ प्रकार मैं यहाँ बताने का प्रयास करता हूँ । Fund Of Funds के प्रकार को हम निवेश के उद्देश्य के अनुसार बाँट सकते हैं । आइए इसको समझते हैं ।
Multi Asset Fund Of Funds or Asset Allocator Fund Of Funds
Multi Asset ,जैसा नाम से ही पता लग रहा है कि जो अलग अलग Asset मे investment करे । Multi Asset जैसे Equity,Debt या Commodity । इन तीनों asset का Scheme मे कितना प्रतिशत होगा ये Fund Manager पर निर्भर करता है । अलग अलग Fund की Scheme का नियम अलग अलग हो सकता है ।
अगर हम Example की बात करें तो मैं आपको Nippon India Asset Allocator FoF (G) की Asset Allocation की details देता हूँ ।
आप पाएंगे कि इसमे Small Cap , Mid Cap ,Largecap के साथ Gold Commodity और Short Term Debt Fund भी मौजूद है । आप देखेंगे सबका प्रतिशत भी अलग अलग है ।
दूसरा Example मैं यहाँ HDFC Asset Allocator Fund of Funds (G) का लेना चाहूँगा । इस FoF का portfolio ज्यादा अच्छे से diversify है । इस तरह आपको पता लगा कि किसी भी fund मे चाहे वो एक ही Category के हों, सबका Asset Allocation का प्रतिशत Fund Manager पर निर्भर होता है ।
Multi Asset Fund Of Funds में Fund Manager अपने group के किसी Fund या दूसरे group के Fund की स्कीम ले सकता है और निवेशक को इस diversification का लाभ होता है ।
International Fund Of Funds , अंतर्राष्ट्रीय FoF
आज का निवेशक चाहता है कि वो अपना निवेश पूरे विश्व की बेहतरीन Companies में करे। International Category में बहुत से ऐसे funds हैं जो अगर निवेशक direct ले तो वह उलझ जाएगा ।
International Fundsकी बहुत सारी category होती है ,अगर गलत स्कीम का selection कर लिया तो नुकसान होने की अधिक संभावना रहेगी।
International Funds कुछ specific market को target करते हैं जैसे Motilal Oswal Nasdaq 100 FOF अमेरिका के उन funds को लेता है जो Nasdaq में इन्वेस्ट करते है । Edelweiss Europe Dynamic Equity Offshore FoF यूरोप मे इन्वेस्ट किए गए funds को लेता है और कुछ ऐसे funds हैं जो China मे निवेश करते हैं ।
International Funds FoF से ये फायदा है कि आपको ये decide करने की जरूरत नहीं कि किसमे पैसा लगाए ,यह काम आप fund manager पर छोड़ सकते हैं
ETF Based International Fund Of Funds
ETF का मतलब वो Funds जो stocks/shares की तरह trade होते हों । इनकी खास बात ये होती है कि ये किसी index को follow करते हैं । Mutual Fund कंपनी को इनको चलाने का खर्च बहुत कम होता है ।
अब यहाँ तो बात हम FoF की कर रहें हैं । ये ETF FoF उन mutual funds की स्कीम मे निवेश करते हैं जो खुद दूसरे ETF मे निवेशित हों ।
ETF FoF को लेने के लिए जरूरी है कि आपके पास एक demat account हो । जैसे मैंने पहले बताया है कि ये funds stock market exchange जैसे BSE, NSE मे trade होते हैं ।
ETF Strategy Based Domestic Fund Of Funds
Strategy Based ETF कई प्रकार के होते हैं । Example – Low Volatility ,Momentum Based,Value 50 ……
Strategy Based ETF मे जो Funds निवेश करते हैं ,उनमे इनके निवेश होता है । Example – ICICI Pru Nifty 100 Low Volatility 30 ETF FOF (G)। नीचे चित्र में देखें ।
Commodity FOF/ Gold Fund Of Funds
Commodity Funds वो funds होते हैं जो commodities जैसे Gold , Silver ,Mining ,Oil (कच्चा तेल ) मे निवेश करे । जो funds इनमे निवेश करते हैं, Commodity FoF उन funds मे निवेश कर देते हैं ।
Commodity Funds ETF होते हैं जो exchange मे Trade होते हैं। जैसा की मैंने बताया था ETF
के लिए demat account की जरूरत होती है । बहुत से लोगों के पास Demat account नहीं होता ऐसे में Commodity FoF के माध्यम से निवेशक इनमे निवेश कर सकता है ।
इनके Example – Nippon India Gold Savings Fund (G),SBI Gold Fund (G),Nippon India Silver ETF FOF (G) । उपरोक्त FoF ETF में निवेश करते हैं ,इनके लिए Demat की आवश्यकता नहीं होती ।
Why To Invest in Fund Of Funds
Mutual Funds की FoF मे क्यूँ निवेश करना चाहिए ,आइए अब आपको इसके बारे मे जानकारी डेटेन हैं ।
Advantage Of Rebalancing
कभी कभी ऐसा होता है कि हमें एक mutual fund को बेच कर दूसरा fund लेना पड़ता है । ऐसा तब होता है जब वह fund की performance अच्छी नहीं होती या किसे scheme में ज्यादा profit हो गया हो । मगर Problem ये है कि बेचते ही हम पर TAX लग जाता है, लेकिन यदि ये काम म्यूचूअल फंड करे तो उस पर टैक्स नहीं लगता ।
अगर किसी निवेशक ने FoF के माध्यम से निवेश किया हो तो उसे rebalancing की कोई चिंता नहीं । ये काम fund manager अपने आप कर लेगा और खराब scheme से निकल जाएगा, और आपके ऊपर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा ।
Rebalancing का फायदा भी और बिना performance वाली scheme से छुटकारा भी , अर्थात एक पंथ दो काज ।
Invest in Top Funds With Less Money,कम पैसों में ज्यादा फंडस में निवेश
भारत में लोगों की आय बहुत कम है इसलिए उनकी बचत भी कम है । वैसे तो mutual fund में निवेश कुछ में 100 रुपये से शुरू हो जाता है परंतु उनको fund की diversification नहीं हो पाती ।
FOF Mutual Fund कम आय में भी ज्यादा से ज्यादा Fund में निवेश का मौका देता है । इससे आप अप्रत्यक्ष रूप से ज्यादा funds में निवेश कर सकते हैं ।
Fund Of Funds के माध्यम से अगर निवेश किया जाए तो mutual fund लेते समय जो गलतियाँ कर सकते हैं ,उनसे बच जातें हैं । कई बार निवेशक एक ही तरह की scheme खरीद लेता है और portfolio में ज्यादा Risk हो जाता हैं।
इसलिए कम पैसों मे Fund Of Funds के मध्याम से निवेश अच्छा है ।
Professional Fund Managers
जैसा अभी तक हमने जाना कि FoF में फंड मैनेजर बहुत सारी scheme ले सकता है, इससे होगा यह की जो scheme उसने ली है उनके भी fund manager का दिमाग और उनका Analysis भी काम आएगा ।
जीतने भी scheme के Fund Manager होंगे उनका investment करने का तरीका अलग अलग होगा, इससे हर तरह की market Situation मे Profit कमाया जा सकता है ।
Why Not To Invest In Fund Of Funds
अगर किसी के फायदे होते हैं तो उसके नुकसान भी होते हैं। Fund Of Funds में क्यूँ निवेश नहीं करना चाहिए अब हम उसके बारे मे जानेंगे।
Expense Ratio , क्या फंड ऑफ फंड्स डबल फीस चार्ज करते हैं?
किसी भी फंड को चलाने के लिए एक खर्च होता है ,जैसे रिसर्च का खर्च ,फंड मैने जर की Salary और भी अन्य । अगर देखा जाए तो यहाँ हमे Double खर्च देना पड़ रहा है ,पहला उन schemes का जो Fund Manager ने ली और उसकी भी ।
मानिए अगर आप Scheme A लेते हैं और scheme A ने और भी scheme ले रखी है जैसे B,C,D,E, अब होगा ये कि आपके खर्चे मे सभी scheme का खर्च जुड़ जाएगा ।
इसलिए निवेशक अपनी scheme का Expense Ratio देख कर करते हैं । ज्यादा Expense Ratio का असर लंबी अवधि मे दिखाई देता है और आपका Profit कम कर देता है ।
Unfavorable Tax Implication ,नकारात्मक टैक्स
Mutual Fund मे टैक्स दो प्रकार के होते हैं ,Long Term (लंबी अवधि ),Short Term ( छोटी अवधि)।
यदि Fund Of Funds Equity Fund में आता है तो Long Term Tax 10% के अनुसार लगता है और short term टैक्स 15% के अनुसार लगता है । यदि Debt fund में है तो Long Term टैक्स 20%(with indexation) और Short Term टैक्स 15% के अनुसार लगता है ।
लंबी अवधि Equity Fund में 1 साल से अधिक होती है ,और Debt Fund मे लंबी अवधि 3 साल से अधिक होती है ।
यदि Fund Of Funds की Taxation Debt category है तो इस पर long term टैक्स 3 साल के बाद लगता है जो 20% था, जिसमे से महंगाई को घटा दिया जाता था। परंतु 1 April 2023 से Indexation Benefit हटा दिया गया है और टैक्स आपकी टैक्स slab के अनुसार लगेगा चाहे debt fund का मुनाफा short term मे हो या long टर्म में ।
यदि tax के point of view से देखा जाए तो Fund Of Funds केटेगरी टैक्स friendly नहीं है ।
Conclusion , निष्कर्ष
Fund Of Funds Mutual Fund उस के लिए एक सही option हो सकता है जिसने अभी तक कोई निवेश नहीं किया । नए निवेशक जिनको अभी ज्यादा mutual fund का अनुभव नहीं है वो इस category मे निवेश कर सकते हैं ।आप अधिक जानकारी fund of funds की यहाँ पढ़ सकते हैं
वह निवेशक जो थोड़ा बहुत अनुभव रखते है वो अन्य category मे निवेश कर सकते हैं । लेकिन म्यूचूअल फंड का निवेश अनुभव के साथ आता है,इसलिए मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आप जब भी निवेश करें तो किसी अनुभवी की सहायता लें , कुछ समय बाद जब अनुभव हो जाए तो स्वयं निवेश कर सकते हैं ।
अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी से कुछ लाभ हुआ तो comments मे बताएं और मेरी Website को घंटी दबा कर subscribe करें । मैं Mutual Fund संबंधित जानकारी लिए लाता रहता हूँ ।
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